फाल्गुन विश्व एक ऐसी पत्रिका है, जो समय-सत्ता-समाज से सार्थक संवाद के साथ करूणा-न्याय-समता का संवहन भी करती है. फाल्गुन विश्व विचार शून्य होती जा रही इस धरती पर वैचारिक-सांस्कृतिक पत्रकारिता की अलख जगाए रहने को कृतसंकल्प है. प्रतिबद्धता और सरोकार के इस मंच पर आपका हार्दिक स्वागत है...
चीन के मानवाधिकार कार्यकर्ता गाओ ज़िन्ग्ज्याँ को जब इस वर्षा का शांति नोबल पुरस्कार देने की घोषणा हुई तो चीनी सर्कार के माथे पर कैसे और क्यों बल पड़ने लगे यह बता रहे हैं पत्रकार अभिषेक श्रीवास्तव।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें