फाल्गुन विश्व एक ऐसी पत्रिका है, जो समय-सत्ता-समाज से सार्थक संवाद के साथ करूणा-न्याय-समता का संवहन भी करती है. फाल्गुन विश्व विचार शून्य होती जा रही इस धरती पर वैचारिक-सांस्कृतिक पत्रकारिता की अलख जगाए रहने को कृतसंकल्प है. प्रतिबद्धता और सरोकार के इस मंच पर आपका हार्दिक स्वागत है...
चित्रकार यों अपनी कूची और रंगों की भाषा में बात करता हैं, लेकिन जब वह लिखता है, तो किस तरह आध्यात्म की पराकाष्ठ होती है, बता रही हैं देश की लाड़ली साहित्यकार मनीषा कुलश्रेष्ठ. मनीषा की टिपण्णी किताब को खरीदकर पढ़ने के लिए प्रेरित करती है.
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