सोमवार, 15 अगस्त 2011

द्रोह का दायित्व

मोहनदास करमचंद गाँधी, जिन्हें हम आज महात्मा गाँधी के नाम से जानते हैं, ने अपने साप्ताहिक अखबार 'यंग इंडिया' में २७ मार्च १९३० को यह लेख लिखा, देखिया आज भी यह कितना प्रासंगिक है..., यह लेख अफलातून जी के फेसबुक नोट्स से साभार...


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