शुक्रवार, 28 सितंबर 2012

26 सितम्बर से 02 अक्टूबर 2012 का आवरण ...




विषय - वस्तु




प्रिंट लाइन, सदस्यता शुल्क और विज्ञापन दर




आराधना चतुर्वेदी "मुक्ति" की तीन कविताएं





कुलदीप कुमार बता रहे हैं "हिन्दी का संकट"





प्रो . शम्भुनाथ दिखा रहे हैं "हिन्दी का अरण्यरोदन"





अरुण माहेश्वरी का "हिन्दी प्रलाप"




जदीश्वर चतुर्वेदी कह रहे हैं कि "सरकारी तम्बू में विचारों की टकराहट के लिए कोई जगह नहीं होती"





करन सिंह चौहान की चिंता "हिन्दी - हिन्दी और हिंदी"





 शेष  भाग अशोक वाजपेयी की कविता  वाले पृष्ठ पर पढ़ें ...

अशोक वाजपेयी की कविता "थोड़ा सा"




प्रवासी रचनाकार उषा राजे सक्सेना से प्रीत अरोड़ा की बातचीत ...






कैलाश वानखेड़े की कविता "हाँ मैं दलित हूँ"




कनक तिवारी बता रहे हैं भगतसिंह के बारे में कुछ अनदेखे तथ्य








विवेक निराला की लम्बी कविता "चार पुरुष और स्वर्ण युगों पर शोकगीत"








भगत सिंह को ये दो ग़ज़लें बहुत पसंद थीं ...




बुधवार, 19 सितंबर 2012

19 से 25 सितम्बर 2012 का आवरण





खलील जिब्रान की एक कहानी द्वितीय आवरण पर




पृष्ठ 2 एवं 3





बोध कथाएँ




हिंदी में साहित्यिक हिंसा की प्रकृति





अज्ञेय के काव्य का रचना-संसार





मीडिया और संचार क्रांति



महाराष्ट्र की राजनीति में महिलाओं की सहभागिता






  आरक्षण में जाति जन गणना  की प्रासंगिकता